कौन जीतेगा जमुई

Munger Times की टीम आज जमुई का जायजा लेगी।जमुई मुंगेर प्रमंडल के जिला जमुई का मुख्यालय है।यह विधानसभा जमुई सी डी ब्लॉक,बरहट सी डी ब्लॉक व खैरा सी डी ब्लॉक की चुअन, मांगोबन्दर,केन्डीह,बानपुर,बेला, झुंडों,कगेश्वर,खंडाइच, दाबिल और जितझींगों पंचायतों से मिलकर बना है।पहले यह विधानसभा सुरक्षित हुआ करती थी।इस सीट पर साम्यवादी व समाजवादी विचारधारा का गहरा असर रहा।आज़ादी के बाद हुये चुनावों में ज्यादातर सीपीआई या समाजवादी दलों के उम्मीदवार यहां से चुनाव जीतते रहे।बीच में कांग्रेस व निर्दलीय उम्मीदवार ने भी बाजी मारी।लालू प्रसाद यादव के सामाजिक न्याय की राजनीति के दौर में कांग्रेस का पराभव हो गया और जनता दल या राजद का कब्जा बना रहा।नीतीश कुमार व भाजपाई गठबंधन के काल में एक बाद जदयू व भाजपा के उम्मीदवारों ने भी जीत का परचम लहराया फिलहाल राजद के विजय प्रकाश इस सीट से विधायक हैं।विजय प्रकाश राजद के पूर्व सांसद जयप्रकाश नारायण यादव के अनुज हैं और नीतीश कुमार की महागठबंधन सरकार में कबीना मंत्री रह चुके हैं।
जमुई विधानसभा राजपूत व यादव बहुल क्षेत्र माना जाता है इस सीट के सामान्य होने के बाद से ज्यादा बार राजपूतों के कब्जे में ही रही। चकाई विधानसभा व मुंगेर लोकसभा का प्रतिनिधित्व कर चुके श्री कृष्ण सिंह के पौत्र अभय प्रताप सिंह इस विधानसभा का 2005 व 2010 में प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।एक दुखद हादसे में विधायक अभय प्रताप ने खुदकुशी कर ली थी।उनके पिता नरेंद्र सिंह का जमुई जिले की राजनीति में अच्छी पकड़ है और इस जिले की चकाई विधानसभा से उन्होंने 2005 में फरवरी के चुनाव में लोजपा से व नवम्बर के चुनाव में जदयू के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव जीता था
अगले चुनाव में इस सीट से महागठबंधन के उम्मीदवार श्री विजय प्रकाश ही रहेंगे यह तो तय है।एन डी ए से इस सीट के जदयू या लोजपा के कोटे में जाएगी यह कहना मुश्किल है।लोजपा के उम्मीदवारी की सम्भावना इसलिये भी बनती है कि गत चुनाव में चकाई की सीट भाजपा की सहयोगी लोजपा के खाते में गयी थी।
अब जमुई की जंग में एन डी ए के नए पहलवान कौन होते हैं मुकाबले का परिणाम उसी पर निर्भर करेगा।

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