बिहार में कोरोना वैक्सीन, फ्री 19 लाख रोजगार का भी वादा; विपक्ष ने कहा- सिर्फ बिहार ही क्यों, दूसरे राज्यों में भी वैक्सीन मुफ्त मिलनी चाहिए

भाजपा ने बिहार चुनाव के लिए गुरुवार को घोषणापत्र जारी किया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा जारी ‘5 सूत्र, 1 लक्ष्य, 11 संकल्प’ नाम के घोषणापत्र में पहला संकल्प कोरोना वैक्सीन मुफ्त देने का है। उन्होंने कहा बिहार में सरकार बनने के बाद प्रदेश के हर नागरिक को वैक्सीन मुफ्त दी जाएगी।

इसे लेकर राजद नेता तेजस्वी ने कहा कि कोरोना टीका पूरे देश का है, अकेले भाजपा का नहीं। सपा नेता अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा बिहार में मुफ्त टीका लगवाएगी तो ऐसी ही घोषणा उत्तर प्रदेश और अन्य भाजपा शासित राज्यों के लिए क्यों नहीं की जाती? इन आरोपों पर बिहार भाजपा प्रभारी भूपेंद्र यादव ने कहा- ‘मामूली लागत पर सभी भारतीयों को टीके उपलब्ध कराए जाएंगे।

राज्य इसे फ्री कर सकते हैं। बिहार में हम करेंगे।’ उधर, मध्यप्रदेश और तमिलनाडु सरकार ने गुरुवार को वैक्सीन मुफ्त देने की घोषणा कर दी। दूसरी ओर, भाजपा द्वारा मुफ्त में कोरोना वैक्सीन के वादे को घोषणापत्र में शामिल किए जाने का विरोध विपक्ष कर रहा है। इस पर चुनाव आयोग ने कहा पूर्व में घाेषणा पत्राें में नीति संबंधी वादाें की इजाजत दी गई है।

...और सच: केंद्र न तो राज्यों से पैसे लेगा, न ही राज्य लोगों से वसूलेंगे

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम के तहत राज्यों को मुफ्त में ही वैक्सीन दी जाती है। राज्य भी लोगों को मुफ्त में वैक्सीन देते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया मुफ्त वैक्सीन के लिए यह जरूरी नहीं है कि पहले वैक्सीन को राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल किया जाए।

कोरोना से बचाव के लिए भी केंद्र वैक्सीन की खरीद करके राज्यों को देगा। इसके लिए न तो केंद्र राज्यों से पैसे लेगा और न ही राज्य लोगों से पैसे लेंगे। फिलहाल केंद्र की वैक्सीन एडमिनिस्ट्रेशन कमेटी प्राथमिकताएं तय कर रही है कि किसे और कितने लोगों को पहले वैक्सीन देनी है।

केंद्र ने टीकाकरण के लिए 50 हजार करोड़ का फंड अलग रखा, एक टीके पर 500 रु. खर्च हो सकते हैं

केंद्र ने देशभर में टीकाकरण के लिए 50 हजार करोड़ रु. का फंड अलग रख दिया है। एक शख्स को टीका लगाने का खर्च 6-7 डॉलर (करीब 500 रु.) आएगा। ऐसे में 130 करोड़ लोगों को टीका लगाने का अभियान बहुत महंगा होने वाला है। हरेक को दो खुराक देनी होंगी।

एक डोज की कीमत करीब दो डॉलर, यानी 150 रुपए हो सकती है। 2-3 डॉलर यानी करीब 220 रु. टीके के लिए रेफ्रिजरेटरों, कोल्ड स्टोरेज, आवंटन आदि पर खर्च होंगे। कुछ दिन पहले सीरम इंस्टीट्यूट के प्रमुख अदर पूनावाला ने कहा था कि टीकाकरण पर 80 हजार करोड़ रु. खर्च होंगे।

टीका के लिए चुनावी तिथि देखें

भारत सरकार ने कोविड वैक्सीन वितरण की घोषणा कर दी है। ये जानने के लिए कि वैक्सीन और झूठे वादे आपको कब मिलेंगे, कृपया अपने राज्य की चुनाव की तिथि देखें। राहुल ने कहा सरकार सिर्फ गुमराह कर रही है। -राहुल गांधी, कांग्रेस



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Corona vaccine in Bihar, promise of 19 million free jobs; Opposition said- Why only Bihar, other states should get vaccine free
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भाजपा ने बिहार चुनाव के लिए गुरुवार को घोषणापत्र जारी किया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा जारी ‘5 सूत्र, 1 लक्ष्य, 11 संकल्प’ नाम के घोषणापत्र में पहला संकल्प कोरोना वैक्सीन मुफ्त देने का है। उन्होंने कहा बिहार में सरकार बनने के बाद प्रदेश के हर नागरिक को वैक्सीन मुफ्त दी जाएगी।

इसे लेकर राजद नेता तेजस्वी ने कहा कि कोरोना टीका पूरे देश का है, अकेले भाजपा का नहीं। सपा नेता अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा बिहार में मुफ्त टीका लगवाएगी तो ऐसी ही घोषणा उत्तर प्रदेश और अन्य भाजपा शासित राज्यों के लिए क्यों नहीं की जाती? इन आरोपों पर बिहार भाजपा प्रभारी भूपेंद्र यादव ने कहा- ‘मामूली लागत पर सभी भारतीयों को टीके उपलब्ध कराए जाएंगे।

राज्य इसे फ्री कर सकते हैं। बिहार में हम करेंगे।’ उधर, मध्यप्रदेश और तमिलनाडु सरकार ने गुरुवार को वैक्सीन मुफ्त देने की घोषणा कर दी। दूसरी ओर, भाजपा द्वारा मुफ्त में कोरोना वैक्सीन के वादे को घोषणापत्र में शामिल किए जाने का विरोध विपक्ष कर रहा है। इस पर चुनाव आयोग ने कहा पूर्व में घाेषणा पत्राें में नीति संबंधी वादाें की इजाजत दी गई है।

...और सच: केंद्र न तो राज्यों से पैसे लेगा, न ही राज्य लोगों से वसूलेंगे

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम के तहत राज्यों को मुफ्त में ही वैक्सीन दी जाती है। राज्य भी लोगों को मुफ्त में वैक्सीन देते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया मुफ्त वैक्सीन के लिए यह जरूरी नहीं है कि पहले वैक्सीन को राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल किया जाए।

कोरोना से बचाव के लिए भी केंद्र वैक्सीन की खरीद करके राज्यों को देगा। इसके लिए न तो केंद्र राज्यों से पैसे लेगा और न ही राज्य लोगों से पैसे लेंगे। फिलहाल केंद्र की वैक्सीन एडमिनिस्ट्रेशन कमेटी प्राथमिकताएं तय कर रही है कि किसे और कितने लोगों को पहले वैक्सीन देनी है।

केंद्र ने टीकाकरण के लिए 50 हजार करोड़ का फंड अलग रखा, एक टीके पर 500 रु. खर्च हो सकते हैं

केंद्र ने देशभर में टीकाकरण के लिए 50 हजार करोड़ रु. का फंड अलग रख दिया है। एक शख्स को टीका लगाने का खर्च 6-7 डॉलर (करीब 500 रु.) आएगा। ऐसे में 130 करोड़ लोगों को टीका लगाने का अभियान बहुत महंगा होने वाला है। हरेक को दो खुराक देनी होंगी।

एक डोज की कीमत करीब दो डॉलर, यानी 150 रुपए हो सकती है। 2-3 डॉलर यानी करीब 220 रु. टीके के लिए रेफ्रिजरेटरों, कोल्ड स्टोरेज, आवंटन आदि पर खर्च होंगे। कुछ दिन पहले सीरम इंस्टीट्यूट के प्रमुख अदर पूनावाला ने कहा था कि टीकाकरण पर 80 हजार करोड़ रु. खर्च होंगे।

टीका के लिए चुनावी तिथि देखें

भारत सरकार ने कोविड वैक्सीन वितरण की घोषणा कर दी है। ये जानने के लिए कि वैक्सीन और झूठे वादे आपको कब मिलेंगे, कृपया अपने राज्य की चुनाव की तिथि देखें। राहुल ने कहा सरकार सिर्फ गुमराह कर रही है। -राहुल गांधी, कांग्रेस



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