शिवम के पिता बोले- कैसे मान लें, सही आरोपी पकड़ाए, बीडीओ ने मनाया- नहीं माने पिता

खाद व्यापारी अनुजदेव सिंह और उनके परिजन तीसरे दिन गुरुवार को भी अनशन पर रहे। शाम 5 बजे बीडीओ नवल किशोर ठाकुर खेरेहिया गांव पहुंचे और शिवम के पिता से अनशन खत्म करने की बात कही। पिता ने कहा, लूट की रकम और सही अपराधियों की गिरफ्तारी जब तक नहीं होगी, अनशन जारी रहेगा। उन्होंने कहा, हम कैसे यह मान लें कि पुलिस ने जिसे गिरफ्तार किया, वही घटना में शामिल था।

जब तक लूटी गई रकम आरोपी के पास से या उसकी निशानदेही पर नहीं होती, पुलिस की कार्रवाई को हम सही नहीं मान सकते। काफी कोशिश के बाद भी जब वे नहीं माने तो बीडीओ लौट गए। इससे पहले ग्रामीणों ने शिवम के परिजनों को न्याय दिलाने की मांग करते हुए आधे घंटे तक एनएच-80 भी जाम किया।

अनशन पर पिता की तबीयत बिगड़ी, चढ़ा स्लाइन
अनशन पर बैठे अनुजदेव सिंह की तबीयत दोपहर एक बजे बिगड़ गई। परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। रेफरल अस्पताल सुल्तानगंज से डॉ. ज्योति कुमार टीम समेत पहुंचे और एक बोतल स्लाइन चढ़ाया। उन्होंने बताया, उनकी बीपी लो हो गई थी। उन्हें दवा दी गई है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर अनशन समाप्त नहीं करेंगे तो फिर तबीयत बिगड़ सकती है।

बहन बोली-बिना पैसे बरामद किए गिरफ्तारी सिर्फ आईवॉश है
मृतक की बड़ी बहन कोमल सिंह ने दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी पर सवाल उठाया है। कोमल का कहना है कि बिना पैसे की बरामदगी के गिफ्तारी पुलिस का ऑइवॉश एक्शन है। अगर गिरफ्तारी सही है तो लूटे 25 लाख का सुराग क्यों नहीं मिला। बाकी अपराधियों का पता नहीं चल पाया है।

गिरफ्तार भोलू ने खोला राज, अपराधी नाढ़ा ने मारी थी गोली, पैसे भी ले गया

गिरफ्तार आरोपी भोलू उर्फ अली शेख ने पुलिस की पूछताछ में कई जानकारी दी है। भोलू ने कहा, मौलानाचक के अलीनगर का नाढ़ा उर्फ अय्याज ने शिवम को गोली मार 25 लाख लूटे। इसमें नाढ़ा के साथ मो. लाल उर्फ अंग्रेज, मो. लाल व अन्य शामिल थे। जेल से निकलने के बाद भोलू की नाढ़ा से नजदीकी बढ़ी थी। नाढ़ा ने इसकी प्लानिंग की थी। 4 नवंबर को रेललाइन के पास नाढ़ा ने लूट की साजिश रची और 5 नवंबर को हम लोगों के साथ अंजाम दिया था। लूटे पैसे भी नाढ़ा ले गया।

चाचा बोले-छोटा मोबाइल था, इसलिए नहीं की थी रिपोर्ट
मृतक के चाचा सुनील सिंह का कहना है कि नवरात्र की पहली पूजा को अकबरनगर जाने के दौरान मेरा मोबाइल कहीं खो गया था। मोबाइल खोने के बाद थाने में सनहा दर्ज नहीं कराया था, क्योंकि छोटा मोबाइल था। 15 दिन बाद पुन: वहीं मोबाइल नंबर मिल गया था।



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शिवम के खाद व्यापारी पिता की धरने पर तबीयत बिगड़ी। चढ़ा स्लाइन।
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