
पटना के लोगों को वायु प्रदूषण से थोड़ी राहत मिली है। लेकिन, अब भी स्थिति ठीक नहीं है। शनिवार को पटना का एक्यूआई लेवल 315, जबकि मुजफ्फरपुर का 285 रहा। शुक्रवार को पटना का एक्यूआई लेवल 334 था। राजधानी में सबसे खराब स्थिति तारामंडल और डीआरएम ऑफिस एरिया की रही।
शाम 6:05 बजे तारामंडल के पास एक्यूआई लेवल 357 और डीआरएम ऑफिस के पास 335 था। पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के मानक के मुताबिक, 301 से अधिक एक्यूआई लेवल होने के मतलब वहां की हवा लोगों के लिए बहुत खराब है।
सड़कों पर कराया जा रहा पानी का छिड़काव
नगर निगम द्वारा पानी का छिड़काव कराकर वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने का प्रयास किया जा रहा है। राजधानी में प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण वाहनों से निकलने वाला धुआं, बालू व मिट्टी की ढुलाई और निर्माण कार्य हैं। नूतन राजधानी अंचल में करीब आधा दर्जन वार्ड में लोगों को इस प्रकार की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
बेउर व अनीसाबाद के कई इलाकों में सड़कों पर दिन भर धूल उड़ती देखी जा सकती है। कुछ यही स्थिति कंकड़बाग व बांकीपुर अंचल की है। बांकीपुर अंचल में भी सड़कों को खोदे जाने के कारण दिन भर जाम जैसी स्थिति रहती है। इससे प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। बारी पथ, कदमकुआं, खेतान मार्केट के पास, बाजार समिति, अशोक राजपथ में इस प्रकार की स्थिति देखी जा रही है।
इसलिए जेटिंग मशीन से सड़कों की धुलाई कराई जा रही है ताकि धूल को काबू में किया जा सके। साथ ही प्रमुख सड़कों को धूलमुक्त करने के लिए स्वीपिंग मशीन से सफाई कराई जा रही है। अंचल के मुख्य सफाई निरीक्षक कृष्ण नारायण शुक्ला ने बताया कि अशोक राजपथ में धूल की अधिकता को देखते हुए लगातार पानी का छिड़काव कराया जा रहा है।
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