पानी कारोबारियों से निगम 6 माह पर वसूलेगा शुल्क, पानी की गुणवत्ता की भी होगी जांच

शहर में पानी के कारोबार करने वालों पर नगर निगम ने नकेल कसना शुरू कर दिया है। अब छह माह पर पानी कारोबारियों से नगर निगम टैक्स की वसूली करेगा। इसके साथ ही निगम पानी की क्वालिटी की भी जांच कराएगा। ताकि, शहर के लोगों को शुद्ध पानी मिल सके।

शहर में सफाई व्यवस्था में सुधार को लेकर सभी वार्ड में 13-13 सफाई कर्मी रखे जाएंगे। सोमवार को महापौर सुरेश कुमार की अध्यक्षता में नगर निगम सशक्त स्थाई समिति की बैठक में यह फैसला लिया गया। बैठक में यह तय हुआ कि पानी कारोबारी पानी नाला में नहीं बहाएंगे।

इसके लिए सभी को सोखता बनाना होगा। निगम के पाइप लाइन से पानी इस्तेमाल नहीं करना होगा। निगम का पानी इस्तेमाल करने पर संबंधित कारोबारी पर प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी। साथ ही जुर्माना भी लिया जाएगा। 2/4 बोरिंग पर 15 हजार,4/4 इंच बोरिंग पर 20 हजार, जबकि इससे ज्यादा इंच के बोरिंग पर 50 हजार छह माह पर पानी कारोबारी को निगम को टैक्स देना होगा।

घनी बस्ती में पानी का कारोबार नहीं करना होगा। हर साल लाइसेंस का उन्हें नवीकरण भी कराना होगा। नगर आयुक्त विवेक रंजन मंत्रियों ने कहा कि निगम की आमदनी बढ़ाने की जरूरत है। इसके लिए होल्डिंग टैक्स वसूली पर भी जोर दिया जाएगा।

सात निश्चय के तहत 16 योजनाओं का टेंडर होने के बावजूद अब तक प्रशासनिक स्वीकृति को लेकर मामला फंसे रहने पर समिति ने गहरी नाराजगी जताई। तीन दिन के अंदर अगर प्रशासनिक स्वीकृति नहीं मिलती है तो संबंधित जिम्मेवार पदाधिकारी पर कार्रवाई होगी।

ब्रह्मपुरा, गोला व बीबी कॉलेजिएट में नया पंप लगेगा। इन तीनों इलाके का पंप खराब हो चुका है जिसकी वजह से पानी की समस्या लोगों को हो रही है। सभी वार्ड में 10:10 बजे पर लाइट भी लगाए जाएंगे साथी जो दो योजनाओं का चयन किया जाएगा। महापौर की अध्यक्षता में आयोजित समिति की बैठक में डिप्टी मेयर मान मर्दन शुक्ला, सशक्त स्थाई समिति के सदस्य हरिओम कुमार,अर्चना पंडित,जावेद अख्तर गुड्डू, नंद कुमार साह, अर्चना पंडित, प्रमिला देवी, रेशमी आरा व नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय मौजूद थे।

14 जनवरी तक जल नल योजना के तहत कार्यों के लिए होगा एग्रीमेंट
जल नल योजना की प्रगति पर सशक्त स्थाई समिति ने गहरी नाराजगी जताई। तय हुआ कि आगामी 14 जनवरी तक जल नल योजना से संबंधित जितने ग्रुप का टेंडर हो चुका है। उनका एग्रीमेंट कर दिया जाए। शौचालय बनाने में भी तेजी लाने का निर्देश दिया गया। शहर में कई जगह कुआं का जीर्णोद्धार चल रहा है। इसमें लापरवाही बरती जा रही है। सशक्त स्थाई समिति ने समय पर काम पूरा करने को लेकर चेतावनी दी।

पार्षद के यहां सफाई कर्मियों को लगानी होगी हाजिरी
सशक्त स्थाई समिति की बैठक में शहर में लचर सफाई व्यवस्था पर चर्चा हुई।कई सदस्यों ने बताया कि उनके यहां सफाई कर्मियों की कमी है। जबकि पूर्व से 13- 13 सफाईकर्मी रखने का निर्णय लिया गया था। सशक्त स्थाई समिति ने यह निर्णय लिया कि जहां भी सफाई कर्मियों की संख्या कम है। उसको अविलंब पूरा किया जाएं। सफाई कर्मियों को अंचल में हाजिरी बनाने के साथ संबंधित पार्षद के यहां भी हाजिरी लगानी होगी।

फरवरी से शुरू होगी नाला सफाई
इस साल मुजफ्फरपुर शहर की पूरे राज्य में जलजमाव को लेकर बड़ी बदनामी हुई। सशक्त स्थाई समिति ने तय किया कि मई से अब नाला की सफाई शुरू नहीं होगी।फरवरी-मार्च में ही शेड्यूल बना कर नाला की सफाई शुरू कर दी जाएगी। सफाई उपकरणों की खरीद होगी।



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