शाहपुर थाना के हेतनपुर गांव के रहने वाले रमेश राय का सात साल का बेटा सुमन कुमार इस साल 12 मई से लापता है। 26 जून को 2 लाख फिरौती व अपहरण का केस बालक के पिता ने शाहपुर थाना में दर्ज कराया था। दर्ज प्राथमिकी में तीन नामजद भी थे। रमेश व उनके परिजन शाहपुर थाना से लेकर वरीय अधिकारियों के यहां चक्कर लगाते रहे पर परिणाम शून्य रहा।
रमेश गृह विभग गए और उन्होंने इसकी लिखित शिकायत की। मामले की गंभीरता को देखते हुए गृह विभाग ने पटना के एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा को जांच का आदेश दिया है। एसएसपी को विशेष रूप से थानेदार की भूमिका की तफ्तीश करने के साथ, थानेदार की ओर से केस करने में हुई देरी का कारण पता करने का भी निर्देश दिया है। विभाग ने यह भी कहा है कि मासूम के बरामद नहीं होने से परिजन दहशत में हैं। एसएसपी ने कहा कि विभाग से इस बाबत हमारे पास कुछ लिखित नहीं आया है। आने के बाद आदेशानुसार जांच की जाएगी।
बच्चे की जल्द बरामदगी की बात कह कर केस करने को टालते रहे थानेदार
परिजनों का कहना कि 12 मई को घर से खेलने के दौरान उसके गांव के ही तीन-चार लोगों ने अगवा कर लिया। यही नहीं 2 लाख की फिरौती का कॉल भी आया था। पुलिस बच्चे की जल्द बरामदगी होने का दावा करती रही, लेकिन सुमन नहीं मिला। थाना केस भी नहीं कर रहा था। बड़ी मुश्किल से केस 26 जून को केस दर्ज किया गया।
गंगा में डूबने की आशंका, बहुत दिन बाद बच्चे के पिता केस करने आए : थानेदार
थानेदार धीरज कुमार ने कहा कि दर्ज केस में जिन लोगों का रमेश ने नाम दिया था, उनसे उनकी पुरानी दुश्मनी है। जांच में अपहरण का मामल नहीं आया है। थानेदार का दावा है कि उसका घर गंगा नदी के किनारे है। उस वक्त नदी उफनाई हुई थी। हो सकता है कि वह खेलने के दौरान डूब गया हो। उसे बरामद करने में पुलिस जुटी है। सुमन के पिता केस करने के लिए बहुत दिन के बाद आए थे।