सदर अस्पताल में लगातार औचक निरीक्षण, अनुपस्थित मिल रहे डाॅक्टर व स्टाफ, सिविल सर्जन ने तय की जिम्मेदारी

सदर अस्पताल में लगातार वरीय अधिकारी औचक निरीक्षण कर रहे हैं। फिर भी कई डाॅक्टर अनुपस्थित मिल रहे हैं। शुक्रवार काे भी सिविल सर्जन और एसीएमओ ने ओपीडी, इमरजेंसी, वार्ड आदि का औचक निरीक्षण किया। इसमें भी कई डाॅक्टर अनुपस्थित मिले। शिशु राेग विभाग का ओपीडी बंद मिला। इसके अलावे भी कई कर्मचारी व डाॅक्टर अनुपस्थित मिले, जिनका वेतन स्थगित कर दिया गया है।

वहीं, स्पष्टीकरण मांगा गया है। सिविल सर्जन डाॅ. एसपी सिंह ने बताया, सभी लाेगाें की जिम्मेदारी तय की गई है। सभी ओपीडी में डाॅक्टराें की उपस्थिति के लिए एक-एक रजिस्टर रखा जाएगा। जिसमें डाॅक्टर ओपीडी में अपना समय व इलाज किए गए मरीजाें की संख्या दर्ज करेंगे। शुक्रवार काे शिशु राेग का ओपीडी बंद मिला। वहीं, डाॅ. अभिषेक तिवारी गायब मिले। बता दें कि 14 दिसंबर काे डीएम के निरीक्षण में 4 डाॅक्टर और 3 पारामेडिकल स्टाफ अनुपस्थित मिले थे।
हथुआ वार्ड के सामने जलजमाव काे लेकर बनाई कमेटी: हथुआ वार्ड के सामने टंकी से पानी गिरने की समस्या दूर करने के लिए सीएस ने कमेटी बनाई है। उन्हाेंने पीएचईडी काे निर्देश दिया है आखिर किस कारण से टंकी से लगातार पानी गिरता है, जाे सड़क पर लगा रहता है। उन्हाेंने इसका शीघ्र निदान करने का निर्दे​​​​​​​श दिया।

सिविल सर्जन ने पूछा- राेटेशन के बाद आखिर कहां रहते हैं डाॅक्टर
सदर अस्पताल के ओपीडी के लिए डाॅक्टराें ने अपने स्तर से राेटेशन बनाया है। सप्ताह में दाे दिन ही ड्यूटी राेटेशन पर करते हैं। निरीक्षण में सीएस ने राेटेशन की जानकारी मिलने पर नाराजगी जताई। उन्हाेंने पूछा कि दाे दिन की राेटेशन ड्यूटी के बाद आखिर डाॅक्टर क्या करते हैं। कहां रहते हैं। सीएस ने कहा, सप्ताह के 6 दिन ओपीडी में कार्य करना अनिवार्य है।
एसएनसीयू में भर्ती बच्चाें के गार्जियन के रहने के लिए कैंप बनेगा: निरीक्षण में सीएस ने पाया कि एसएनसीयू में भर्ती बच्चाें के गार्जियन सर्जिकल वार्ड के बरामदे पर रहते हैं। ठंड में वे जैसे-तैसे रात गुजारते हैं। इससे वे लाेग बीमार हाे सकते हैं। इसे देख सीएस ने अस्पताल प्रबंधक काे तत्काल घेराबंदी कर कैंप बनाने का निर्देश दिया।

दवा नहीं हाेेने पर संबंधित कर्मचारियों पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई
सीएस ने ओपीडी के दवा काउंटर पर दवा उपलब्ध नहीं हाेने पर नाराजगी जताई। उन्हाेंने कहा, स्टाेर में आवश्यक दवाएं उपलब्ध हैं, लेकिन प्रबंधन की ओर से दवा की मांग नहीं की जा रही। इस कारण काउंटर पर मरीजाें काे दवा नहीं मिलती है। सीएस ने सभी ओपीडी में दवाओं की लिस्ट रखने का निर्देश दिया।
सकरा रेफरल अस्पताल के 20 कर्मियाें का वेतन राेका : डीडीसी के निरीक्षण में सकरा रेफरल अस्पताल के अनुपस्थित 20 कर्मियाें का वेतन राेका गया है। सिविल सर्जन ने तीन दिनाें में सभी से स्पष्टीकरण मांगा है। इधर, डीडीसी ने उपस्थिति पंजी पर लिपिक अशाेक सिन्हा की हाजिरी काट दी थी। कुछ देर बाद उक्त लिपिक ने काटी हाजिरी पर उपस्थित हाेने की हाजिरी बना ली थी। इस पर सीएस ने उनसे अलग से स्पष्टीकरण मांगा है।

इनका वेतन राेका गया: अशाेक सिन्हा, डाॅ. अफराेज, ज्याेति सिंह, शाहिद अख्तर, अशाेक पासवान, सुनील कुमार, मनीषा भारती, संजय राउत, नरेश साह, माे. अजहर, आभा कुमारी, जयमाला कुमारी, सीमा कुमारी, पिंकी कुमारी, परिमल कुमार पंकज, सुरेश प्रसाद, मनाेज कुमार, संजय कुमार, रामनरेश चाैधरी, विकास मिश्रा।



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Constant surprise inspection in Sadar Hospital, doctors and staff getting absent, civil surgeon fixed the responsibility
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