निर्वाचन विभाग ने राजनीतिक दलों से वोटर लिस्ट बनाने में मांगी मदद


वोटर लिस्ट के पुनरीक्षण को लेकर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एचआर श्रीनिवास ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। वोटर लिस्ट बनाने में राजनीतिक दलों से मांगी मदद।


विधानसभा की मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण को लेकर निर्वाचन विभाग ने मंगलवार को मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से शुद्ध वोटर लिस्ट तैयार करने में सहयोग मांगा है। विभाग ने राजनीतिक दलों से कहा है कि अपने-अपने दलों का बूथ लेबल एजेंट भी बनाएं, ताकि कोई भी वोटर छूटने न पाए। इसे लेकर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एचआर श्रीनिवास ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। 

मतदाता सूची का विशेष पुनरीक्षण कार्य बुधवार 16 दिसंबर से शुरू हो रहा है। चुनाव आयोग ने इस के लिए कार्यक्रम घोषित कर दिया है। एक जनवरी, 2021 की अर्हता तिथि के आधार पर वोटर लिस्ट तैयार करने के लिए 16 दिसंबर को मतदाता सूची के प्रारूप का प्रकाशन होगा। प्रकाशित प्रारूप पर 16 दिसंबर से 11 जनवरी तक दावा आपत्ति पेश की जा सकेगी। 

खासबात यह है कि वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने व संशोधन के लिए 27 दिसंबर और 10 जनवरी को विशेष अभियान चलाया जाएगा। यह अभियान प्रत्येक बूथ पर चलाया जाएगा। लोग बूथ पर जाकर संबंधित बीएलओ से संपर्क कर सकते हैं। वर्तमान में यानी बिहार में फिलहाल मतदाताओं की संख्या करीब 7 करोड़ 29 लाख है। पुनरीक्षण के बाद इसमें वृद्धि संभावित है। मतदाता बनने की योग्यता रखने वाले वैसे युवा जो 1 जनवरी, 2021 को 18 वर्ष के होंगे वे भी वोटर लिस्ट का हिस्सा बन सकते हैं। 

डाटाबेस में जोड़ा जाएगा छूटे हुए वोटरों के नाम 

दावा और आपत्ति का निपटारा एक फरवरी तक किया जाएगा। मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 15 फरवरी को होगा। राजनीतिक दलों के सहयोग से 100 प्रतिशत मतदान केंद्रों का वेरिफिकेशन कराया जाएगा। छूटे और संभावित वोटरों का नाम डाटाबेस में जोड़ा जाएगा। सभी जिलों के निर्वाचन पदाधिकारी को 16 दिसंबर को वोटर लिस्ट के प्रारूप का प्रकाशन करना है। 

कोरोना काल का चुनाव खत्म, अब 1400 वोटर पर होगा एक बूथ 

पटना|कोरोना काल में बिहार विधानसभा का चुनाव संपन्न होने के बाद अब नए सिरे से बूथों पर वोटरों की संख्या का निर्धारण हो रहा है। कोरोना के मद्देनजर सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखकर चुनाव आयोग ने बूथों पर मतदाताओं की संख्या अधिकतम 1 हजार तक सीमित कर दी थी। बिहार में अब 1 जनवरी, 2021 की अर्हता तिथि के आधार पर वोटर लिस्ट का पुनरीक्षण कार्य बुधवार से शुरू हो रहा। इसे देखते हुए अब 1400 वोटर के हिसाब से एक बूथ का निर्धारण किया जा रहा है। निर्वाचन विभाग ने इस बाबत सभी जिला निर्वाचन पदाधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी कर दिया है।
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