भाजपा के वरीय नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि गुरुनानक देव के कुछ बंदे कृषि कानून के विरोध में संवाद की जगह हाइवे और ट्रेन रोकने की बात कर रहे। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। किसान, केंद्र सरकार के प्रस्ताव पर पुनर्विचार करें।
किसान आंदोलन के नाम पर हाइवे जाम करना, उसमें टुकडे-टुकडे गैंग के छात्र नेताओं की फोटो लगाकर उनकी रिहाई की मांग करना, खालिस्तान के समर्थन में नारे लगना और देश के दो औद्योगिक घरानों के व्यवसाय को निशाना बनाना साबित करता है कि इस आंदोलन में भारत विरोधी ताकतें घुस आई हैं या कुछ किसान संगठन ऐसी ताकतों का एजेंडा चला रहे हैं।