सामूहिक और सहकारी खेती से किसानों को अधिक लाभ मिल सकता है। यह किसानों की आय दोगुनी करने में सहायक होगा। कृषक उत्पादक संगठन (एफपीओ) बनाकर सरकारी योजनाओं का किसान अधिक लाभ ले सकते हैं। समूह से जुड़े किसानों को उत्पाद का लाभकारी मूल्य मिलेगा।
सब्जी, फल और विभिन्न फसलों की खेती के लिए किसान समूह बनाकर इसे क्रियान्वित कर सकते हैं। बामेती में शनिवार को सामूहिक और सहकारी खेती को बढ़ावा देने के लिए कृषि अधिकारियों और किसानों की दो दिवसीय कार्यशाला में वक्ताओं ने ये बातें कहीं। बामेती निदेशक डॉ. जितेंद्र प्रसाद ने कार्यशाला का उद्घाटन किया।
बामेती निदेशक ने कहा कि आत्मा योजना के तहत किसानों के हित में कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। किसानों को मशरूम, शहद, फल, सब्जी सहित कृषि उत्पादों के लिए प्रशिक्षण दिलाया जाता है। राज्य के बाहर भी किसानों को प्रशिक्षण के लिए भेजा जा रहा है। किसान मेला, किसान गोष्ठी, सेमिनार, किसान पुरस्कार, किसान पाठशाला, किसान चौपाल आदि कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
कृषक उत्पादक संगठन के बारे में संयुक्त निदेशक शंकर कुमार चौधरी ने जानकारी दी। कार्यक्रम का समन्वय उप निदेशक शशि भूषण कुमार विद्यार्थी ने की। फिश्कोफेड निदेशक ऋषिकेश कश्यप, उद्यान वैज्ञानिक डॉ. तनमय कुमार कोले, आत्मा स्टेट को ऑडिनेटर डॉ. प्रमोद कुमार मिश्र, डॉ. रंजन कुमार, सुनील कुमार सहित विभिन्न जिलों के प्रखंड तकनीकी प्रबंधक, सहायक तकनीकी प्रबंधक और किसान मौजूद थे।
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