राजधानी पटना की सबसे व्यस्त सड़क अशोक राजपथ का कायाकल्प होनेवाला है।अशोक राजपथ पर डबल डेकर एलिवेटेड रोड बनने का रास्ता साफ हो गया है। बिहार राज्य पुल निर्माण निगम ने इसका टेंडर कर दिया।
जल्द ही इस सड़क का शिलान्यास होगा। इसके लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पथ निर्माण विभाग जल्द ही समय मांगेगा। उम्मीद है कि मार्च-अप्रैल तक इस पर काम शुरू हो जाए।
18 सितंबर 2020 को राज्य मंत्रिपरिषद ने करगिल चौक से पीएमसीएच होते हुए एनआईटी मोड़ तक डबल डेकर एलिवेटेड रोड की प्रशासनिक मंजूरी दी थी। इस मद में 422 करोड़ की मंजूरी दी गई। इसके बाद निगम ने टेंडर जारी कर दिया। तकनीकी व वित्तीय बिड का काम निगम ने पूरा कर लिया। चयनित एजेंसी को निर्माण का जिम्मा दिया जा रहा है। अब निगम डबल डेकर एलिवेटेड पर काम शुरू करने की प्रक्रिया में जुट गया है। शिलान्यास सीएम से कराने की तैयारी की जा रही है। इसके बाद कार्यारम्भ होगा।
अशोक राजपथ की यह एलिवेटेड डबल डेकर राज्य का दूसरा डबल डेकर होगा,छपरा में बिहार का पहला डबल डेकर
करगिल चौक से पीएमसीएच होते हुए एनआईटी मोड़ तक बनने वाला बिहार का दूसरा डबल डेकर एलिवेटेड रोड होगा। इससे पहले छपरा में डबल डेकर एलिवेटेड रोड का निर्माण हो रहा है। जबकि पटना में डबल डेकर एलिवेटेड की यह पहली परियोजना होगी। डबल डेकर एलिवेटेड चार लेन का होगा। इसकी कुल लंबाई दो किलोमीटर से थोड़ा अधिक 2070 मीटर होगी। डबल डेकर का दोनों तल वन वे होगा एनआइटी से करगिल आने वाले लोग निचली सड़क से आएंगे। जबकि ऊपरी तल्ले से करगिल चौक से एनआइटी मोड़ जाया जा सकेगा। पूल निर्माण निगम ने दो साल में इसका निर्माण पूरा करने का लक्ष्य तय किया है। एलिवेटेड सड़क में पीएमसीएच में उतरने और चढ़ने दोनों की सुविधा रहेगी। पीएमसीएच के पास मल्टीपार्किंग का निर्माण भी होगा। इससे गंगा पथ से अशोक राजपथ होकर गांधी मैदान आने वालों को भी सुविधा मिलेगी।
अशोक राजपथ के यात्रियों जाम से मिलेगी निजात
अशोक राजपथ में राज्य के सबसे व्यस्ततम सड़कों में एक है, इस सड़क पर बड़े अस्पताल पीएमसीएच के अलावा बीएन कॉलेज, साइंस कॉलेज, पटना कॉलेज, एनआईटी सहित अन्य कोचिंग व अन्य शैक्षणिक संस्थानों की भरमार है। राज्य के सुदूरवर्ती इलाकों से आकर छात्र इस क्षेत्र में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं।पटना सिटी के लिये भी यह मुख्य संपर्क पथ है इस कारण शहर में सबसे अधिक जाम की समस्या अशोक राजपथ पर ही रहती है। चूंकि जगह की कमी के कारण इस सड़क की चौड़ाई को बढ़ाना मुमकिन नहीं है। इसलिए सरकार ने अशोक राजपथ में डबल डेकर एलिवेटेड रोड बनाने का निर्णय लिया है, ताकि जमीन अधिग्रहण की आवश्यकता नहीं हो और अधिक तोड़फोड़ किए बिना ही एलिवेटेड रोड का निर्माण हो जाए।