मैं खान सर के वीडिओज़ पहले भी देखे हैं पहली नजर में वो मुझे अच्छे शिक्षक लगे पर इधर सोशल मीडिया पर खान सर काफी चर्चा में हैं। आखिर खान सर का मामला क्या है, वो हमेशा विवादों में क्यों रहना पसंद करते हैं ?
यह सही है कि सोशल मीडिया ने ढेर सारे सकारात्मक अवसर दिए जिस वजह से आज छोटे से गांव का लड़का भी बड़ा यु ट्यूबर,ब्लॉगर बनकर ढेर सारे पैसे कमा रहा है। सोशल मीडिया ने बड़े लोगों और साधारण लोगों को प्रसिद्धि पाने के अवसर दिये।हालांकि मैं यहां जान बूझकर समान अवसर प्रदान करने की बात नहीं कह रहा।
लेकिन हर अवसर को आप किस तरह और किस मकसद से इस्तेमाल करते हैं यह आपकी मानसिकता पर निर्भर करता है।यह खान या अमित सिंह जो भी है उसके कुछ वीडिओज़ मैंने विवाद शुरू होने के पहले भी देखे हैं।एक जिज्ञासु होने के नाते मैं यह कह सकता हूँ कि उनके पढ़ाने का तरीका काफी सरल और रोचक है। एक शिक्षक के तौर पर मैं उन्हें कोई सर्टिफिकेट नहीं दे सकता क्योंकि एक शिक्षक सिर्फ अपनी सरल व रोचक शैली की वजह से असाधारण प्रतिभा वाले शिक्षकों की श्रेणी में नहीं आ सकता। एक शिक्षक को उसका ज्ञान,शील व चरित्र असाधारण या महान बनाता है।
एक शिक्षक जिसकी उम्र अभी महज 28 वर्ष हो और उसने यु ट्यूब पर लाखों सब्सक्राइबर बना लिये हों यह उपलब्धि भी किसी को असाधारण नहीं बनाती।मैंने जो कुछ वीडियो देखें हैं उसके आधार पर मैं कह सकता हूँ कि इस शिक्षक के पास अभी भी विषय की गहराई नहीं है।बहुत सारी गलत जानकारियां देकर,कुछ कहानियां सुनाकर यह विषय को रोचक बनाने का प्रयास करते हैं। शायद यही उनकी प्रसिद्धि का राज भी है।विवाद खड़े करने से भी आप प्रसिद्ध हो सकते हैं, आपकी मार्किट डिमांड बढ़ सकती है ईस ट्रिक को उसने अच्छी तरह जान लिया है।
बाकी जो यु ट्यूबर या ब्लॉगर हैं उन्हें गूगल के अल्गोरिथम,कीवर्ड, एसईओ के बारे में अच्छी तरह पता है।उन्हें यह पता है कि इन ट्रिक्स का इस्तेमाल कर और यु ट्यूब से कमाए पैसे को विज्ञापनों में खर्च कर किस तरह लाखों करोड़ों सब्सक्राइबर बनाये जा सकते हैं। ब्लॉग व यु ट्यूबर के बीच एक बात बहुत ही महत्वपूर्ण है कि "कंटेंट इज दी किंग"।यह कंटेंट जानकारियों से भरा हो सकता है, यूनिक हो सकता है या विवादों से भी भरा हो सकता है।
इस विवाद ने निश्चित तौर पर उनके प्रशंसकों की संख्या में इजाफा किया होगा,उनकी वीडिओज़ की व्यूज बढ़ गयी होगी और उनकी प्रसिद्धि तो जाहिर तौर पर बढ़ ही चुकी है।आलोचक चाहे उन्हें गालियां दें,प्रशंसक अब उन्हें भगवान मानने लगे पर यह निश्चित है कि अब उनकी आमदनी पहले से कहीं अधिक हो रही होगी।