प्रधानमंत्री ने आज ट्वीट कर सरकार के बड़े फैसले के बारे में देशवासियों को सूचित किया।भारत सरकार के ताजा फैसले से भारत के मेडिकल कॉलेज में ओबीसी वर्ग छात्रों को 27 फीसदी व आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों को 10 फीसदी का आरक्षण मिलेगा।यह आरक्षण इस वित्तीय वर्ष में होने वाली परीक्षाओं से लागू हो जाएगा। राजनीतिक विश्लेषक इसे उत्तरप्रदेश के चुनावों से जोड़कर देख रहे हैं जहां इसबार भजपा की हालत कमजोर बताई जा रही है।
आमतौर पर भाजपा और उसकी मातृ संगठन संघ को आरक्षण विरोधी माना जाता है।2016 के बिहार विधानसभा चुनावों के ऐन पहले संघ प्रमुख मोहन भगवत के एक ऐसे ही आरक्षण विरोधी बयानों को प्रतिद्वंद्वी राजद व उनकी सहयोगी जदयू ने तूल दे दिया था और बिहार के चुनावों में भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा था।
नरेंद्र मोदी के ताजा फैसले से भाजपा के परम्परगत सवर्ण मतदाताओं को करारा झटका लगा है।भाजपा के पीछे सवर्णों की एकमुश्त लामबंदी इसी उम्मीद से थी कि शायद भाजपा धीरे धीरे आरक्षण को समाप्त कर देगी।पर नरेंद्र मोदी के इस फैसले से सवर्ण वोटरों को घोर निराशा हुई है।ओबीसी आरक्षण