मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव का आंदोलन,BSSR Union ने Albert David Ltd कम्पनी के पटना स्थित डिपो के
#कोलकाता #अल्बर्ट डेविड #कोठारी ग्रुप #FMRAI #आंदोलन #सेल्स प्रोमोशन एम्प्लाइज .#वेतन कटौती #अवैध तबादले .#BSSR Union कोलकाता स्थित दवा कम्पनी अल्बर्ट डेविड के देशभर के सेल्स प्रमोशन कर्मी आंदोलनरत हैं।सेल्स प्रमोशन एम्प्लाइज की सबसे बड़ी यूनियन फेडरेशन ऑफ मेडिकल एंड सेल्स रिप्रेजेंटेटिव एसोसिएशन(FMRAI) के नेतृत्व में पिछले वर्ष कोरोना की पहली लॉक डाउन से शुरू हुआ इनका आंदोलन क्रमबद्ध जारी है।बताते चलें कि FMRAI देश में दवा व अन्य उद्योग में काम करने वाले सेल्स या मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव का सबसे बड़ा यूनियन है जिसके एक लाख से भी ज्यादा सदस्य हैं। FMRAI के देशभर में 19 सम्बद्ध राज्य इकाइयां विभिन्न राज्यों व यूनियन टेरिटरी के सेल्स प्रोमोशन एम्प्लाइज का प्रतिनिधित्व करती है। FMRAI को कोलकाता की अल्बर्ट डेविड एवं अन्य कई भारतीय व बहुराष्ट्रीय दवा कंपनियों में मान्यता प्राप्त यूनियन का दर्जा मिला हुआ है।अल्बर्ट डेविड में भी विगत 30 वर्षों से FMRAI को सामूहिक सौदेबाजी का अधिकार प्राप्त है और प्रबंधन तथा यूनियन के मध्य अबतक 9 चार्टर ऑफ डिमांड पर हस्ताक्षर हो चुके हैं।यूनियन को मान्यता मिलने के बाद कोलकाता की इस कम्पनी ने विगत दशकों में आशातीत प्रगति की है।2017 तक कम्पनी का सालाना टर्नओवर 350 करोड़ के करीब पहुंच चुका था।विगत कई दशकों से कम्पनी में शांतिपूर्ण व बेहतर कार्य का माहौल कायम था जो अचानक 2017 से नए मैनेजमेंट के आने के बाद बिगड़ना शुरू हो गया था।नए मैनजमेंट ने आते के साथ तिकड़म बाजी शुरू कर दिया सबसे पहले इन्होंने सेल्स प्रोमोशन एम्प्लाइज को सेल्स टारगेट पुरा करने वाले मेडिकल रिप्रेजेन्टेटिव को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि पर कुठाराघात किया फिर सेल्स प्रमोशन पर खर्च होने वाली राशि में कटौती करनी शुरु कर दी।इनका पूरा ध्यान कम्पनी की सेल्स बढ़ाने की जगह उनका मनोबल गिराने का काम किया। FMRAI के सचिव व उपाध्यक्ष ने यह बताया कि 2020 के 20 मार्च को प्रबंधन व यूनियन के बीच हुई वार्ता में चार्टर ऑफ डिमांड एवं कार्य की शर्तों पर पूरी सहमति बन चुकी थी बस हस्ताक्षर बाकी था। परंतु कोविड ने जैसे प्रबंधन को आपदा में अवसर प्रदान कर दिया उन्होंन एकपक्षीय फैसले लेने शुरू कर दिए।अनलॉक शुरू होने के साथ ही कभी कार्यदिवस की कटौती तो कभी व्यक्तिगत आधार पर देने शुरू कर दिया।अधिकांश दवा कंपनियों ने जब अपने सेल्स कर्मियों को वर्क जारी रखने के आदेश दिए तो अल्बर्ट डेविड प्रबंध ने काफी हील हुज्जत के बाद मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव को तीन दिनों का काम दिया गया इस बीच यूनियन द्वारा 6 दिन कार्यदिवस को काम करने का आह्वान दिए जिसके एवज में के प्रबन्धन हमें झूठ बोलकर कभी फिजिकल कभी वर्चुअल मीटिंग का बहाना देकर मनोबल तोड़ने का कुत्सित प्रयास किया गया। कम्पनी से हमें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग या टेलीकांफ्रेंसिंग के माध्यम से कई राउंड की वार्ता हुई पर नतीजा सिफर रहा।स्थिति थोड़ी न्यूट्रल होने पर प्रबन्धन ने फरवरी 2020 में यूनियन से हुई वार्ता को अस्वीकार करते हुये दमन का नया दौर चालू कर दिया। यूनियन द्वारा आंदोलन की नोटिस के बाद मैनजमेंट ने कोलकाता स्थित श्रम आयुक्त से पहल की अपील की और अंततः 26 फरवरी 2021 को उप श्रमायुक्त की उपस्थिति में 10वीं चार्टर ऑफ डिमांड व अन्य मसलों के हल से सम्बंधित एक सहमति पत्र पर तीनों पक्षों ने दस्तखत किये।परन्तु मैनजमेंट की नीयत साफ है वो किसी भी सूरत में यूनियन के साथ वेज सेटलमेंट पर हस्ताक्षर के मूड में नहीं है।वो अब यूनियन को तोड़ने का खुल्लमखुल्ला कोशिश कर रहे हैं। यूनियन के एक नेता ने बताया कि हाल में जब पूरा देश कोविड से त्रस्त और भयभीत थे तो कम्पनी ने चारों महानगरों में मीटिंग बुलाकर कर्मचारियों की जान खतरे में डालने का काम किया। बीते महीनों में प्रबंधन का रवैय्या श्रमिक विरोधी और यूनियन को तोड़ने का रहा है। मैनजमेंट ने आंदोलन को कमजोर करने की पूरी कोशिश की है और अबतक 9 फील्ड वर्कर्स का सुदूर राज्यों में तबादला किया है। लॉक डाउन के दौर शुरू होते हो बिना किसी समझौते के वीडियो कांफ्रेंस अटेंड करने को कहा गया और उसमें अनुपस्थित होने पर वेतन में कटौती की धमकी दो और आज मई से वेतन पर रोक लगा दी।अल्बर्ट डेविड के 400 से ज्यादा लोग मैनेजमेंट के एकतरफा फैसले से नाराज हैं और इस मुद्दे को कमिटी के साथ बातचीत कर हल निकालने की मांग कर रहे हैं। FMRAI से सम्बद्ध BSSR यूनियन अल्बर्ट डेविड में काम कर रहे साथियों को डेढ़ से दो महीने का वेतन भत्ते रिलीज करने और सप्ताह के पूरे छह दिन काम देने की मांग कर रहा है। आगामी 13 जुलाई को वेतन से मरहूम व अपने 9 साथियों के तबादले से दुखी अल्बर्ट डेविड के सेल्स प्रोमोशन एम्प्लोयी om पटना स्थित डिपो का घेराव करेंगे और प्रदर्शन करेंगे।यदि मैनेजमेंट ने इन मांगों को नहीं माना तो अल्बर्ट डेविड के मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव कम्पनी के कोलकाता स्थित मुख्यालय गिलिण्डर हाउस के समक्ष प्रदर्शन करने की भी योजना तय कर चुके हैं।
via YouTube https://www.youtube.com/watch?v=aIYxM79cq38
#कोलकाता #अल्बर्ट डेविड #कोठारी ग्रुप #FMRAI #आंदोलन #सेल्स प्रोमोशन एम्प्लाइज .#वेतन कटौती #अवैध तबादले .#BSSR Union कोलकाता स्थित दवा कम्पनी अल्बर्ट डेविड के देशभर के सेल्स प्रमोशन कर्मी आंदोलनरत हैं।सेल्स प्रमोशन एम्प्लाइज की सबसे बड़ी यूनियन फेडरेशन ऑफ मेडिकल एंड सेल्स रिप्रेजेंटेटिव एसोसिएशन(FMRAI) के नेतृत्व में पिछले वर्ष कोरोना की पहली लॉक डाउन से शुरू हुआ इनका आंदोलन क्रमबद्ध जारी है।बताते चलें कि FMRAI देश में दवा व अन्य उद्योग में काम करने वाले सेल्स या मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव का सबसे बड़ा यूनियन है जिसके एक लाख से भी ज्यादा सदस्य हैं। FMRAI के देशभर में 19 सम्बद्ध राज्य इकाइयां विभिन्न राज्यों व यूनियन टेरिटरी के सेल्स प्रोमोशन एम्प्लाइज का प्रतिनिधित्व करती है। FMRAI को कोलकाता की अल्बर्ट डेविड एवं अन्य कई भारतीय व बहुराष्ट्रीय दवा कंपनियों में मान्यता प्राप्त यूनियन का दर्जा मिला हुआ है।अल्बर्ट डेविड में भी विगत 30 वर्षों से FMRAI को सामूहिक सौदेबाजी का अधिकार प्राप्त है और प्रबंधन तथा यूनियन के मध्य अबतक 9 चार्टर ऑफ डिमांड पर हस्ताक्षर हो चुके हैं।यूनियन को मान्यता मिलने के बाद कोलकाता की इस कम्पनी ने विगत दशकों में आशातीत प्रगति की है।2017 तक कम्पनी का सालाना टर्नओवर 350 करोड़ के करीब पहुंच चुका था।विगत कई दशकों से कम्पनी में शांतिपूर्ण व बेहतर कार्य का माहौल कायम था जो अचानक 2017 से नए मैनेजमेंट के आने के बाद बिगड़ना शुरू हो गया था।नए मैनजमेंट ने आते के साथ तिकड़म बाजी शुरू कर दिया सबसे पहले इन्होंने सेल्स प्रोमोशन एम्प्लाइज को सेल्स टारगेट पुरा करने वाले मेडिकल रिप्रेजेन्टेटिव को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि पर कुठाराघात किया फिर सेल्स प्रमोशन पर खर्च होने वाली राशि में कटौती करनी शुरु कर दी।इनका पूरा ध्यान कम्पनी की सेल्स बढ़ाने की जगह उनका मनोबल गिराने का काम किया। FMRAI के सचिव व उपाध्यक्ष ने यह बताया कि 2020 के 20 मार्च को प्रबंधन व यूनियन के बीच हुई वार्ता में चार्टर ऑफ डिमांड एवं कार्य की शर्तों पर पूरी सहमति बन चुकी थी बस हस्ताक्षर बाकी था। परंतु कोविड ने जैसे प्रबंधन को आपदा में अवसर प्रदान कर दिया उन्होंन एकपक्षीय फैसले लेने शुरू कर दिए।अनलॉक शुरू होने के साथ ही कभी कार्यदिवस की कटौती तो कभी व्यक्तिगत आधार पर देने शुरू कर दिया।अधिकांश दवा कंपनियों ने जब अपने सेल्स कर्मियों को वर्क जारी रखने के आदेश दिए तो अल्बर्ट डेविड प्रबंध ने काफी हील हुज्जत के बाद मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव को तीन दिनों का काम दिया गया इस बीच यूनियन द्वारा 6 दिन कार्यदिवस को काम करने का आह्वान दिए जिसके एवज में के प्रबन्धन हमें झूठ बोलकर कभी फिजिकल कभी वर्चुअल मीटिंग का बहाना देकर मनोबल तोड़ने का कुत्सित प्रयास किया गया। कम्पनी से हमें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग या टेलीकांफ्रेंसिंग के माध्यम से कई राउंड की वार्ता हुई पर नतीजा सिफर रहा।स्थिति थोड़ी न्यूट्रल होने पर प्रबन्धन ने फरवरी 2020 में यूनियन से हुई वार्ता को अस्वीकार करते हुये दमन का नया दौर चालू कर दिया। यूनियन द्वारा आंदोलन की नोटिस के बाद मैनजमेंट ने कोलकाता स्थित श्रम आयुक्त से पहल की अपील की और अंततः 26 फरवरी 2021 को उप श्रमायुक्त की उपस्थिति में 10वीं चार्टर ऑफ डिमांड व अन्य मसलों के हल से सम्बंधित एक सहमति पत्र पर तीनों पक्षों ने दस्तखत किये।परन्तु मैनजमेंट की नीयत साफ है वो किसी भी सूरत में यूनियन के साथ वेज सेटलमेंट पर हस्ताक्षर के मूड में नहीं है।वो अब यूनियन को तोड़ने का खुल्लमखुल्ला कोशिश कर रहे हैं। यूनियन के एक नेता ने बताया कि हाल में जब पूरा देश कोविड से त्रस्त और भयभीत थे तो कम्पनी ने चारों महानगरों में मीटिंग बुलाकर कर्मचारियों की जान खतरे में डालने का काम किया। बीते महीनों में प्रबंधन का रवैय्या श्रमिक विरोधी और यूनियन को तोड़ने का रहा है। मैनजमेंट ने आंदोलन को कमजोर करने की पूरी कोशिश की है और अबतक 9 फील्ड वर्कर्स का सुदूर राज्यों में तबादला किया है। लॉक डाउन के दौर शुरू होते हो बिना किसी समझौते के वीडियो कांफ्रेंस अटेंड करने को कहा गया और उसमें अनुपस्थित होने पर वेतन में कटौती की धमकी दो और आज मई से वेतन पर रोक लगा दी।अल्बर्ट डेविड के 400 से ज्यादा लोग मैनेजमेंट के एकतरफा फैसले से नाराज हैं और इस मुद्दे को कमिटी के साथ बातचीत कर हल निकालने की मांग कर रहे हैं। FMRAI से सम्बद्ध BSSR यूनियन अल्बर्ट डेविड में काम कर रहे साथियों को डेढ़ से दो महीने का वेतन भत्ते रिलीज करने और सप्ताह के पूरे छह दिन काम देने की मांग कर रहा है। आगामी 13 जुलाई को वेतन से मरहूम व अपने 9 साथियों के तबादले से दुखी अल्बर्ट डेविड के सेल्स प्रोमोशन एम्प्लोयी om पटना स्थित डिपो का घेराव करेंगे और प्रदर्शन करेंगे।यदि मैनेजमेंट ने इन मांगों को नहीं माना तो अल्बर्ट डेविड के मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव कम्पनी के कोलकाता स्थित मुख्यालय गिलिण्डर हाउस के समक्ष प्रदर्शन करने की भी योजना तय कर चुके हैं।
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